गुर्दे (किडनी) खराब होने के शुरुआती लक्षण और पूरी जानकारी
🧬 गुर्दे (किडनी) खराब होने के शुरुआती लक्षण और पूरी जानकारी
गुर्दे (किडनी) खराब हमारे शरीर के सबसे महत्वपूर्ण अंगों में से एक हैं, जो रक्त को साफ करने, विषैले पदार्थ (toxins) और अतिरिक्त पानी को बाहर निकालने का काम करते हैं। लेकिन जब किडनी धीरे-धीरे काम करना बंद करने लगती है, तो इसका असर पूरे शरीर पर पड़ता है।
समस्या ये है कि किडनी खराब होने के लक्षण बहुत धीमे और छिपे हुए होते हैं, इसलिए इसे “Silent Killer” भी कहा जाता है।
गुर्दे कैसे काम करते हैं?
आपके गुर्दे में मुट्ठी के आकार के अंग हैं। वे आपकी पीठ की ओर, आपकी पसलियों के नीचे होते हैं। ज़्यादातर लोगों के पास दो काम करने वाले गुर्दे होते हैं, लेकिन जब तक वह अच्छी तरह से काम करता है, तो आप सिर्फ एक के साथ भी अच्छी तरह से रह सकते हैं। किडनी बहुत काम करती है। आपके शरीर से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने में मदद करना सबसे महत्वपूर्ण कार्यों में से एक है। आपकी किडनी आपके रक्त को शुद्ध करती है और पेशाब, या अपशिष्ट पदार्थों को बाहर निकालती है। जब आपके गुर्दे काम नहीं करते हैं, तो अपशिष्ट पदार्थ आपके शरीर में जम जाते हैं। अगर ऐसा होता है, तो आप बीमार हो जाएंगे और अंततः बिना इलाज के मर जाएंगे। उचित उपचार से कई लोग किडनी फेलियर को नियंत्रित कर सकते हैं।

किडनी फेलियर की दर क्या है?
संयुक्त राज्य अमेरिका में 750,000 से अधिक लोग प्रति वर्ष किडनी फेलियर से पीड़ित होते हैं। दुनिया भर में इससे लगभग दो करोड़ लोग पीड़ित हैं।
गुर्दे के रोग के अंतिम पांच चरण क्या हैं?
किडनी रोग में कई चरण होते हैं, जैसा कि आपके अनुमानित ग्लोमेरुलर फिल्ट्रेशन रेट (eGFR) बताता है। रक्त परीक्षण है।
आपका eGFR गुर्दे के पदार्थों को कितनी अच्छी तरह से फ़िल्टर करता है। eGFR आम तौर पर 90 से अधिक है। eGFR कम से कम 0 है, जो बताता है कि गुर्दे में कोई कार्य नहीं है।
किसी भी किडनी रोग में पांच चरण हैं:
- चरण I: तुम्हारा GFR 90 से अधिक है। आपके गुर्दे को इस स्तर पर हल्की चोट लगी है, लेकिन वे अभी भी सामान्य रूप से काम करते हैं।
- चरण II: आपका GFR 60 से 89 तक हो सकता है। चरण I में आपके गुर्दे को अधिक चोट लगी है, लेकिन वे अभी भी अच्छी तरह से काम करते हैं।
- चरण III: आपका GFR 30 से अधिक या 59 से अधिक हो सकता है। गुर्दे की क्षति हल्की या गंभीर हो सकती है।
- चरण IV: आपका GFR 15 से कम हो सकता है या 29 से अधिक हो सकता है। गुर्दे का कार्यक्षमता बहुत कम हो गया है।
- स्टेज V: तुम्हारा GFR कम से कम 15 है। आपकी किडनी पूरी तरह से फेल होने की कगार पर है या करीब है। यह आम तौर पर तब होता है जब लक्षण दिखने लगते हैं।
🩺 गुर्दे खराब होने के 10 विस्तृत लक्षण (Detailed Symptoms):
1. 🔄 पेशाब में बदलाव (Changes in Urination)
गुर्दे के काम में बाधा आने पर पेशाब की आदतें बदलने लगती हैं:
बार-बार पेशाब आना, खासकर रात में
पेशाब करते समय जलन या दर्द
पेशाब का रंग गहरा, झागदार या खून आना
पेशाब में दुर्गंध या असामान्यता
Note: पेशाब का झागदार होना शरीर में प्रोटीन लीक का संकेत हो सकता है, जो किडनी फेलियर का शुरुआती लक्षण है।
2. 🧊 चेहरे, आंखों और पैरों में सूजन (Swelling)
सुबह उठते ही आंखों के नीचे सूजन
टखनों, पैरों, हाथों या चेहरे पर सूजन
जूते या चप्पल कसने लगें
ये संकेत इस बात के हो सकते हैं कि गुर्दे फ्लूइड को ठीक से बाहर नहीं निकाल पा रहे।
3. 😩 लगातार थकावट और कमजोरी
बिना मेहनत के थक जाना
शरीर में सुस्ती और कमजोरी
दिनभर नींद जैसा महसूस होना
किडनी सही से इरिथ्रोपोइटिन (Erythropoietin) नामक हार्मोन नहीं बना पाती, जिससे खून में RBC की मात्रा घटती है और एनीमिया होता है, जिससे थकावट होती है।
4. 🧠 ध्यान केंद्रित करने में कठिनाई और चक्कर
चीजों को भूल जाना
भ्रमित महसूस करना
चक्कर आना या सिर भारी लगना
ये लक्षण मस्तिष्क में टॉक्सिन्स के जमने से होते हैं।
5. 🌬️ सांस फूलना (Shortness of Breath)
हल्की सी चढ़ाई पर ही सांस फूलना
आराम करते हुए भी सांस लेने में कठिनाई
फेफड़ों में पानी भर जाने से यह स्थिति होती है, जो किडनी की खराबी का संकेत हो सकता है।
6. 🥴 भूख में कमी और मिचली
खाना देख कर मन ना करना
उल्टी जैसा महसूस होना
मुंह में अजीब सा स्वाद या दुर्गंध
यह किडनी से टॉक्सिन बाहर न निकल पाने के कारण होता है।
7. 🧏♀️ त्वचा में खुजली और रैशेज
लगातार खुजली रहना, खासकर रात में
सूखी और बेजान त्वचा
स्किन पर सफेद स्केल जैसे धब्बे
ये सब संकेत हैं कि शरीर में फॉस्फोरस और यूरिया की मात्रा अधिक हो गई है।
8. ❤️ ब्लड प्रेशर का बढ़ना (Hypertension)
सिरदर्द या चक्कर के साथ हाई बीपी
दवाओं से भी कंट्रोल ना होना
किडनी ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करती है। यदि वह ठीक से काम नहीं करती तो रक्तचाप बढ़ता है, और यह आगे चलकर दिल की बीमारी का कारण बन सकता है।
9. 🩸 रक्त की कमी (Anemia)
हाथ-पैर ठंडे लगना
हल्का सिरदर्द या सांस लेने में परेशानी
शरीर में रेड ब्लड सेल्स कम होने से ऑक्सीजन की आपूर्ति बाधित होती है।
10. 🛏️ नींद की परेशानी (Sleep Disturbance)
रात को बार-बार उठना
पैरों में झुनझुनाहट या बेचैनी (Restless Leg Syndrome)
🧪 किडनी की बीमारी कैसे जांचें? (Diagnosis)
टेस्ट का नाम | क्या जांचता है |
---|---|
Serum Creatinine | किडनी कितनी गंदगी साफ कर रही है |
GFR (Glomerular Filtration Rate) | किडनी की फिल्टरिंग क्षमता |
Urine Test (Albumin, Protein) | प्रोटीन लीक या संक्रमण की पहचान |
Blood Urea Nitrogen (BUN) | ब्लड में अपशिष्ट की मात्रा |
Ultrasound/CT Scan | किडनी की बनावट और आकार |
🛡️ गुर्दे खराब होने से कैसे बचें? (Prevention Tips)
रोजाना 2.5-3 लीटर पानी पिएं
ब्लड प्रेशर और डायबिटीज को नियंत्रित रखें
दवाइयां (जैसे painkillers) बिना डॉक्टर की सलाह के न लें
नियमित चेकअप कराएं, खासकर यदि फैमिली हिस्ट्री हो
धूम्रपान और अत्यधिक शराब का सेवन न करें
हेल्दी डाइट लें – कम नमक, कम प्रोटीन और कम फॉस्फोरस
आपकी किडनी की बीमारी के कारण के आधार पर, चिकित्सक आपको निम्नलिखित में से एक या अधिक दवाएं लिख सकता है:
एंजियोटेंसिन II रिसेप्टर अवरोधक (ARB) या एंजियोटेंसिन-परिवर्तित एंजाइम (ACE) अवरोधक रक्तचाप को कम करने में ये दवा मदद करती हैं।
मूत्रवर्धक होता है। ये आपके शरीर से अधिक तरल पदार्थ निकालने में मदद करते हैं।
स्टेटिन: ये कोलेस्ट्रॉल को कम करने में मदद करते हैं।
रिथ्रोपोइटिन-उत्तेजक पदार्थ एनीमिया वाले लोगों में ये लाल रक्त कोशिकाओं को बनाने में मदद करते हैं।
विटामिन डी और कैल्सीट्रिऑल ये हड्डियों को खराब होने से बचाते हैं।
फॉस्फेट सेंसर। ये आपके रक्त से फॉस्फोरस को बाहर निकालने में मदद करते हैं।
डायलिसिस ।
शरीर डायलिसिस से रक्त को फ़िल्टर करने में सक्षम होता है। आप इसे अपने गुर्दे को कुछ राहत देने के रूप में देख सकते हैं, ताकि उन्हें अपना काम पूरा करने के लिए अधिक जोर नहीं देना पड़े। डायलिसिस दो प्रकार का होता है:
हाइमोडायलिसिस हेमोडायलिसिस में एक मशीन आपके रक्त को नियमित रूप से साफ करती है। किडनी फेलियर से पीड़ित अधिकांश लोगों को सप्ताह में तीन से चार दिन हेमोडायलिसिस करवाना पड़ता है, चाहे वह अस्पताल में हो या डायलिसिस क्लिनिक में हो।
पेरिटोनियल डायलिसिस पेरिटोनियल डायलिसिस में, एक प्रदाता डायलिसिस समाधान को कैथेटर से आपके पेट की परत में डालता है। समाधान बैग से आपके पेट की परत में बहता है, अपशिष्ट पदार्थों और अतिरिक्त तरल पदार्थों को निकालता है और फिर वापस बैग में चला जाता है। कभी-कभी लोगों को घर पर पेरिटोनियल डायलिसिस दिया जा सकता है।
गुर्दे का पुनर्वास
किडनी ट्रांसप्लांट के दौरान सर्जन एक स्वस्थ किडनी आपके शरीर में डालता है ताकि क्षतिग्रस्त किडनी अपनी जगह ले सके। मृत या जीवित दाता से स्वस्थ किडनी (दाता अंग) मिल सकती है। एक स्वस्थ किडनी के साथ आप सुरक्षित रह सकते हैं। यदि आप किडनी ट्रांसप्लांट करवाते हैं, तो आपको जीवन भर दवा लेनी होगी ताकि प्रत्यारोपित किडनी को कोई नुकसान नहीं हो।
📢 निष्कर्ष (Conclusion):
गुर्दे की बीमारी धीरे-धीरे शुरू होती है, लेकिन इसके प्रभाव बहुत गंभीर हो सकते हैं। यदि आप किसी भी शुरुआती लक्षण को नजरअंदाज करते हैं, तो यह क्रोनिक किडनी डिज़ीज़ (CKD) या किडनी फेलियर में बदल सकता है।
🩺 इसलिए, समय रहते जांच करवाएं और जागरूक रहें — आपकी किडनी आपका जीवन बचा सकती है।